अनिल शर्मा,
गाँवदेवी रोड,
दादर पश्चिम,
मुंबई – ४२
दिनांक : ……………………..
प्रिय मित्र रमेश,
सप्रेम नमस्कार।
मैं यहाँ कुशल मंगल से हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी अपने परिवार के साथ कुशल होगे। काफी दिनों से तुम्हारा कोई पत्र नहीं मिला, उम्मीद है सब ठीक होगा। पिछले रविवार को मैं अपने परिवार के साथ एक विज्ञान प्रदर्शनी देखने गया था। यह प्रदर्शनी हमारे शहर के प्रदर्शनी मैदान में लगी थी, जिसमें देश-विदेश की कई कंपनियों ने भाग लिया था। यह अनुभव मेरे लिए बहुत ही रोमांचक, ज्ञानवर्धक और यादगार रहा। सोचा तुम्हें भी इसके बारे में विस्तार से बताऊँ, तुम्हें भी अच्छा लगेगा।
प्रदर्शनी में विभिन्न विषयों पर आधारित अनगिनत स्टॉल लगे थे, जहाँ नई-नई तकनीकों और उत्पादों का प्रदर्शन किया गया था। विज्ञान के नए-नए आविष्कारों, रोबोटिक्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), अंतरिक्ष विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण, और कृषि से संबंधित तकनीकों का प्रदर्शन था, जिन्हें देखकर मैं दंग रह गया। मुझे सबसे ज़्यादा रोबोटिक्स के स्टॉल ने आकर्षित किया, जहाँ विभिन्न कार्यों को करने वाले रोबोट दिखाए गए थे, जैसे खाना पकाने वाला रोबोट, सफाई करने वाला रोबोट, और यहाँ तक कि बातचीत करने वाला रोबोट भी। इसके अलावा, 3D प्रिंटिंग तकनीक और वर्चुअल रियलिटी (VR) के प्रदर्शन भी काफी रोचक थे। VR हेडसेट पहनकर मैंने एक रोलरकोस्टर राइड का अनुभव किया, जो बिलकुल असली जैसा लगा।
इन नई तकनीकों को देखकर मुझे एहसास हुआ कि विज्ञान कितनी तेज़ी से तरक्की कर रहा है और भविष्य में हमारे जीवन को कितना आसान, सुविधाजनक और रोमांचक बना सकता है। रोबोट हमारे लिए घरेलू कार्य से लेकर औद्योगिक कार्यों तक, खतरनाक और कठिन कार्यों को भी आसानी से कर सकते हैं। 3D प्रिंटिंग से हम अपनी ज़रूरत की कई चीज़ें खुद बना सकते हैं, जिससे उत्पादन की लागत कम होती है। वर्चुअल रियलिटी हमें शिक्षा, मनोरंजन, और यहाँ तक कि चिकित्सा के क्षेत्र में भी नए अनुभव प्रदान कर सकती है। यह प्रदर्शनी मेरे लिए बेहद ज्ञानवर्धक रही, जिसने मुझे भविष्य की तकनीकों की एक झलक दिखाई। तुम्हें भी मौका मिले तो ऐसी प्रदर्शनियों में ज़रूर जाना चाहिए। काश तुम भी मेरे साथ होते! जल्द ही मिलते हैं।
तुम्हारा मित्र,
अनिल शर्मा।
sir wah wah mein yah padh prabhavit, ashcharyachakit aur anandit ho gaya and it was very helpful sir. Thank you for teaching us.
Sir this was very helpful.
Yah padhkar meri tan man ki parvah nahi rahi.
Itna sundar tha ki chand ko sharam aa jayi. meri maa yah dekh kar itni khush hui ke unhone Ghar me mithai baati.
Looking forward to meet u ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Sir this was very helpful.
Very educational letter i cant live without it – looking forward to meet the author, lovely lovely lovely