अनिल शर्मा,
गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम,
मुंबई – ४२
दिनांक : ……………………..
प्रिय अनुज विनोद,
सस्नेह आशीर्वाद।
मैं यहाँ कुशलता से हूँ और तुम्हारी कुशलता की कामना करता हूँ। माँ और पिताजी भी अच्छे हैं। जब से तुम हॉस्टल गए हो, हम सब तुम्हें बहुत याद करते हैं, खासकर माँ और पिताजी । तुम्हारे पिछले पत्र से पता चला है कि तुम परीक्षा के ठीक पहले फिर से बीमार पड़ गए थे। मैं यह पत्र इसलिए लिख रहा हूँ ताकि तुम्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ सुझाव दे सकूँ।
बचपन से ही परीक्षा के ठीक 4-5 दिन पहले तुम्हारी तबियत बिगड़ जाती है। तुम परीक्षा का इतना दबाव ले लेते हो कि अपने कमरे से बाहर निकलना ही बंद कर देते हो। यह याद रखो कि स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है। पढ़ाई के साथ-साथ, अच्छे स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना जरूरी है। परीक्षा के समय भी थोड़ा सा समय निकालकर तुम्हें व्यायाम जरूर करना चाहिए। यह न केवल तुम्हारे शरीर को स्वस्थ रखेगा, बल्कि मन को भी तरोताजा और सक्रिय बनाए रखेगा।
व्यायाम के लिए तुम जिम जा सकते हो या योग, जॉगिंग इत्यादि कर सकते हो। यदि उसमें मन न लगे तो किसी खेल को भी चुन सकते हो। इसके अलावा, सही आहार भी बहुत महत्वपूर्ण है। ताजे फल, हरी सब्जियां और पर्याप्त पानी पीना सुनिश्चित करो। जंक फूड से दूर रहो और पौष्टिक आहार लो। इसके साथ ही तुम्हें समय-समय पर शरीर को आराम भी देना चाहिए। पढ़ाई के बीच छोटे-छोटे ब्रेक लेना, संगीत सुनना या अपने पसंदीदा शौक का पालन करना भी जरूरी है। यह तुम्हें तनाव से मुक्त रखने में मदद करेगा और पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाएगा। तुम्हारा बार-बार बीमार पड़ना भी कम हो जाएगा।
अंत में, याद रखो कि पढ़ाई और स्वास्थ्य दोनों ही जीवन के महत्वपूर्ण पहलू हैं। इन दोनों के बीच संतुलन बनाना जरूरी है। आशा है कि तुम इन बातों पर ध्यान दोगे और स्वस्थ तथा सफल जीवन की ओर अग्रसर होगे।
तुम्हारा भाई,
अनिल शर्मा।
Very nice sir.
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