अपने नये मित्र के विषय में बताते हुए अपने पिता को एक पत्र | उन्हें बताओं कि तुम्हें उसमें क्या अच्छा लगा |

अनिल शर्मा,
गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम,
मुंबई – ४२
दिनांक : ……………………..

आदरणीय पिताजी,
सादर प्रणाम।

मैं हॉस्टल में आनंद से हूँ और आशा करता हूँ कि आप भी स्वस्थ होंगे। यह पत्र मैं अपने नए दोस्त अर्जुन के बारे में बताने के लिए लिख रहा हूँ। वह मेरी कक्षा में पढ़ता है, मिलनसार और प्रतिभाशाली है, खासकर गणित में।

हमारी दोस्ती स्कूल प्रोजेक्ट के दौरान हुई, जब हमने मिलकर सौर मंडल का मॉडल बनाया, जिसे सबने सराहा। स्कूल के बाहर भी हम क्रिकेट खेलते हैं। वह अच्छा बैट्समैन है और मैं बॉलिंग करता हूँ। हाल ही में हमने एक टूर्नामेंट में कुछ मैच भी जीते।

अर्जुन के साथ समय आनंदमय और उपयोगी बीतता है। आप जब हॉस्टल आएंगे, तो मैं अर्जुन से जरूर मिलवाऊँगा। जल्द मिलने का इंतजार रहेगा।

आपका प्यारा पुत्र,

अनिल शर्मा।

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