ब-512, महावीर हाइट्स,
गांवदेवी रोड़,
दादर (पश्चिम),
मुंबई – 400028
दिनांक :
प्रिय मित्र विशाल,
सप्रेम नमस्कार।
मैं यहाँ कुशलता से हूँ और तुम्हारी कुशलता की कामना करता हूँ। कल ही तुम्हारे पिताजी का फोन आया था और उन्होंने बताया कि तुम अंतर-विद्यालय दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम आए हो। इसी की बधाई देने मैं तुम्हें यह पत्र लिख रहा हूँ।
मुझे हमेशा से पता था कि तुम में यह प्रतिभा है। तुम्हारी कड़ी मेहनत और लगन रंग लाई है। चार वर्षों से तुम तेज धावक बनने का प्रशिक्षण ले रहे हो। तुमने लगातार अपनी दौड़ने की क्षमता पर काम किया। तुम्हारी इसी मेहनत का फल है कि तुमने अंतर-विद्यालय दौड़ प्रतियोगिता जीत ली। तुमने अपने विद्यालय और परिवार का नाम रोशन किया है। मैं तुम्हें तुम्हारी इस शानदार उपलब्धि के लिए दिल से बधाई देता हूँ।
मुझे अफ़सोस है कि मैं तुम्हारे साथ इस जीत का जश्न मनाने के लिए मौजूद नहीं हूँ, क्योंकि मैं अभी छात्रावास में हूँ। लेकिन मुझे उम्मीद है कि तुम अपने दोस्तों और परिवार के साथ इस खुशी को खूब धूमधाम से मनाओगे। भविष्य में भी तुम इसी तरह सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते रहो, यही मेरी कामना है।
तुम्हारा मित्र,
मनीश शर्मा।