बी 702, महावीर मैजेस्टिक,
गाँवदेवी रोड़,
दादर पश्चिम,
मुंबई – 400042
दिनांक : _____________
आदरणीय पिताजी,
सादर प्रणाम।
मैं यहाँ कुशलतापूर्वक हूँ और आपकी तथा माताजी की कुशलता की कामना करता हूँ। मुझे यह पत्र लिखते हुए बहुत दुख और शर्मिंदगी महसूस हो रही है। सप्ताह भर पहले मैंने जो आपके साथ दुर्व्यवहार किया था, उसके लिए मैं अत्यंत पश्चाताप कर रहा हूँ। उसी बात की क्षमा माँगने के लिए मैं आपको यह पत्र लिख रहा हूँ।
पिताजी, मैं जानता हूँ कि मैं अपने गलत व्यवहार की कोई सफाई नहीं दे सकता, लेकिन मैं फिर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाहता हूँ। पढ़ाई और व्यक्तिगत समस्याओं के कारण मैं पिछले कुछ समय से बहुत तनाव में चल रहा हूँ और उस समय मेरा मन बहुत व्यथित था। मैं अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाया और अन्य लोगों के सामने आप पर चिल्ला पड़ा। यह मेरी बड़ी भूल थी, और मुझे इसका बहुत पछतावा है। आपके अपार स्नेह और त्याग के सामने मेरा यह व्यवहार क्षमा के योग्य नहीं, लेकिन फिर भी मैं आपसे क्षमा माँगता हूँ।
मैं वादा करता हूँ कि भविष्य में अपने क्रोध और शब्दों पर नियंत्रण रखूँगा और आपको कभी दु:खी नहीं करूँगा। मैं आपके मार्गदर्शन और आशीर्वाद के बिना कुछ भी नहीं हूँ, और आपकी खुशी ही मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। कृपया मुझे क्षमा कर दें और मुझे फिर से अपने स्नेह और प्रेम का पात्र बनाएँ।
आपका प्रिय पुत्र,
अनिल शर्मा।