क) आजकल बड़ा अन्याय हो रहा है।
1) परदेसी को क्या सहायता चाहिए थी?
उत्तर: परदेसी को रात काटने का स्थान चाहिए था।
2) परदेशी क्यों मुग्ध हो गया?
उत्तर: शिशुपाल परदेशी को घर ले आए, और उसके पुत्र ने परदेशी का आदर-सत्कार किया। यह देखकर परदेशी मुग्ध हो गया।
3) देश की व्यवस्था पर शिशुपाल ने परदेशी को क्या कहा?
उत्तर: देश की व्यवस्था पर बात करते हुए शिशुपाल ने परदेशी से कहा “आजकल बड़ा अन्याय हो रहा है, मेरा तो खून खौल उठता है।”
4) परदेशी शिशुपाल की बात से सहमत क्यों नहीं हुआ?
उत्तर: परदेशी का मानना था कि व्यवस्था में दोष निकालना तो सरल है, परंतु उसे ठीक करके दिखाना बहुत कठिन है। इसलिए देश की व्यवस्था के बारे में शिशुपाल के विचार से वह सहमत नहीं हुआ।
ख) उनके सुप्रबंध से राज्य में पूरी तरह शांति रहने लगी।
1) शिशुपाल क्यों सहम गए?
उत्तर: कुछ सिपाही शिशुपाल का घर पूछते पूछते आए और उन्हें दरबार में चलने के लिए कहा। शिशुपाल को संदेह हुआ कि कहीं परदेशी ने तो सम्राट से कोई झूठी-सच्ची शिकायत नहीं कर दी है, इसलिए वह मन में सहम गए।
2) सम्राट अशोक ने शिशुपाल को क्या जिम्मेदारी दी?
उत्तर: शिशुपाल ने परदेशी के रूप में आए सम्राट अशोक से कहा था कि यदि उसे अवसर दिया जाए, तो वह न्याय का डंका बजा देगा। इसलिए सम्राट अशोक ने उसे न्यायमंत्री बनाकर न्याय करने की जिम्मेदारी सौंप दी।
3) शिशुपाल के न्यायमंत्री बनने का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: शिशुपाल के न्याय मंत्री बनने से राज्य में पूरी तरह शांति रहने लगी। किसी को किसी प्रकार का भय नहीं था। लोग दरवाजे तक खुला छोड़ जाते थे। चारों तरफ न्यायमंत्री के सुप्रबंध और न्याय की धूम मच गई।
4) किस घटना से शिशुपाल की नींद उड़ गई?
उत्तर: शिशुपाल के न्यायमंत्री बनने के बाद पूरे राज्य में शांति थी, फिर भी एक महीने बाद किसी ने रात में एक पहरेदार की हत्या कर दी। सुबह होते ही यह बात चारों ओर फैल गई। इस घटना से शिशुपाल की नींद उड़ गई।
ग) सम्राट का हृदय ऐसे व्यक्ति को पाकर गदगद हो रहा था।
1) अपराधी का पता चलने पर शिशुपाल के आश्चर्य का ठिकाना क्यों नहीं रहा?
उत्तर: राज्य में रात के समय एक पहरेदार की हत्या हो गई थी। स्वयं सम्राट अशोक ने उस पहरेदार की हत्या की थी। इसलिए, जब यह पता चला कि अपराधी स्वयं सम्राट हैं, तो शिशुपाल के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा।
2) सम्राट अशोक के हाथों में हथकड़ी क्यों पड़ गई?
उत्तर: सम्राट अशोक ने रात के समय एक पहरेदार की हत्या कर दी थी। इसलिए, न्याय मंत्री शिशुपाल ने आज्ञा देकर उन्हें बंदी बना लिया था। इसलिए सम्राट अशोक के हाथ में हथकड़ी पड़ गई।
3) सम्राट का हृदय न्याय मंत्री को पाकर गदगद क्यों हो रहा था?
उत्तर: सम्राट ने रात के समय एक पहरेदार की हत्या कर दी थी। न्यायमंत्री शिशुपाल ने सम्राट के पद से प्रभावित न होते हुए उन्हें अपराधी घोषित कर दिया और उन्हें सजा के तौर पर मृत्यु दंड दिया। शिशुपाल की न्यायप्रियता को देखकर सम्राट का हृदय गदगद हो गया।
4) सम्राट के स्थान पर सोने की मूर्ति को फाँसी क्यों मिली?
उत्तर: सम्राट को राजकर्मचारी की हत्या के कारण मृत्युदंड की सजा मिली थी। किंतु, शास्त्रों में राजा को ईश्वर का रूप माना गया है। इसलिए, उसे ईश्वर ही दंड दे सकता है। इसलिए, सम्राट अशोक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया, और उनके स्थान पर सोने की मूर्ति को फाँसी की सजा मिली।