डिजिटल इंडिया

क) वह पूरी तरह विश्व से जुड़ चुका है, डिजिटल बन चुका है। 1) पूरा विश्व गाँव कैसे बन गया है ? उत्तर: डिजिटल क्रांति के कारण पल-पल की खबरें सबको तुरंत मिल रही है। दुनिया में होने वाली किसी भी घटना का लाइव प्रसारण पूरी दुनिया को दिखाया जा रहा है। इससे पूरा विश्व … Read more

सबसे सुंदर लड़की

क) उम्र अभी 11 की भी नहीं थी, पर समुद्र की लहरों में ऐसे घुस जाता, जैसे तालाब में बत्तख। 1) कलाकार अपनी रोजी-रोटी कैसे कमाता था ? उत्तर: कलाकार समुद्र से रंग बिरंगी कौड़ियाँ, नाना रूप के सुंदर शंख और विचित्र पत्थर इकट्ठे करता। उनसे वह तरह-तरह के खिलौने, तरह-तरह की मालाएँ बनाता और … Read more

ताई

क) “ताऊजी, हमें लेलगाडी (रेलगाड़ी) ला दोगे ?” १) वक्ता और श्रोता का परिचय दीजिये । उत्तर: वक्ता एक पाँच वर्ष का बालक मनोहर है । उसे रेलगाड़ी से खेलने की इच्छा है । इसलिए वह अपने ताऊ बाबू रामजीदास से रेलगाड़ी ला देने को कह रहा है । श्रोता का नाम बाबू रामजी दास … Read more

दादा जी को अपने विद्यालय के विषय में बताते हुए पत्र लिखिए ।

अनिल शर्मा, गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. आदरणीय दादाजी, सादर प्रणाम। मैं यहाँ छात्रावास में आनंद से हूँ और आशा करता हूँ कि आप सब भी घर में स्वस्थ और खुशहाल होंगे। यह पत्र मैं आपको अपने नए विद्यालय के अनुभवों के बारे में बताने के लिए लिख रहा हूँ। … Read more

मित्र को ग्रीष्मावकाश में अपने घर आने का निमंत्रण देते हुए पत्र लिखिए ।

अमित शर्मा, गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. प्रिय मित्र रोहन, सप्रेम नमस्कार। मैं यहाँ आनंद से हूँ और उम्मीद करता हूँ कि तुम भी वहाँ आनंद से होगे और तुम्हारे माता-पिता का स्वास्थ्य भी अच्छा होगा। मैं यह पत्र तुम्हें ग्रीष्मावकाश में अपने घर आने का निमंत्रण देने के लिए … Read more

अपने नये मित्र के विषय में बताते हुए अपने पिता को एक पत्र | उन्हें बताओं कि तुम्हें उसमें क्या अच्छा लगा |

अनिल शर्मा, गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. आदरणीय पिताजी, सादर प्रणाम। मैं हॉस्टल में आनंद से हूँ और आशा करता हूँ कि आप भी स्वस्थ होंगे। यह पत्र मैं अपने नए दोस्त अर्जुन के बारे में बताने के लिए लिख रहा हूँ। वह मेरी कक्षा में पढ़ता है, मिलनसार और … Read more

मित्र को परीक्षा में प्रथम आने पर बधाई पत्र

ब-512, महावीर हाइट्स, गांवदेवी रोड, दादर (पश्चिम), मुंबई – 400028 दिनांक : प्रिय मित्र विशाल, सप्रेम नमस्कार। मैं यहाँ आनंद से हूँ और उम्मीद करता हूँ कि तुम भी वहाँ आनंद से होगे और तुम्हारे माता-पिता का स्वास्थ्य भी अच्छा होगा। कल शाम को तुम्हारे चाचाजी ने बताया कि इस बार कक्षा में तुम प्रथम … Read more

विवेकानंद

1) इसलिए देर होने पर वह बालक अपने विद्यालय उसी रास्ते से जा रहा था। क) विद्यालय जाने का छोटा रास्ता खतरनाक क्यों था ? उत्तर: विद्यालय जाने का छोटा रास्ता एक निर्जन बगीचे से होकर गुजरता था। जहां असंख्य शरारती बंदर रहा करते थे। वह आने जाने वाले लोगों को डराते और उन पर … Read more

झूठ का सच

1) मैं किसी को एक नजर में ही पहचान जाता हूँ कि आदमी अच्छा है या बुरा। क) गोनू झा का मित्र उसे क्यों प्रभावित था ? उत्तर: गोनू झा का मित्र उससे प्रभावित था क्योंकि सभी लोग गोनू झा का लोहा मानते थे। गोनू झा दोस्त को दुश्मन, दुश्मन को दोस्त, मुर्ख को विद्वान, … Read more

अरे! ऐसा भी हो सकता है क्या?

अरे! ऐसा भी हो सकता है क्या? उस डायरी को पढ़ते-पढ़ते रमन के मन में ये सवाल बार-बार आ रहा था। एक छोटे से गाँव में, जहाँ की आबादी मुश्किल से सौ के करीब थी, वहाँ एक साधारण किसान रमन अपने परिवार के साथ रहता था। रमन की जिंदगी खेतों में काम करने और अपने … Read more