मित्र को परीक्षा में प्रथम आने पर बधाई पत्र

ब-512, महावीर हाइट्स, गांवदेवी रोड, दादर (पश्चिम), मुंबई – 400028 दिनांक : प्रिय मित्र विशाल, सप्रेम नमस्कार। मैं यहाँ आनंद से हूँ और उम्मीद करता हूँ कि तुम भी वहाँ आनंद से होगे और तुम्हारे माता-पिता का स्वास्थ्य भी अच्छा होगा। कल शाम को तुम्हारे चाचाजी ने बताया कि इस बार कक्षा में तुम प्रथम … Read more

विवेकानंद

1) इसलिए देर होने पर वह बालक अपने विद्यालय उसी रास्ते से जा रहा था। क) विद्यालय जाने का छोटा रास्ता खतरनाक क्यों था ? उत्तर: विद्यालय जाने का छोटा रास्ता एक निर्जन बगीचे से होकर गुजरता था। जहां असंख्य शरारती बंदर रहा करते थे। वह आने जाने वाले लोगों को डराते और उन पर … Read more

झूठ का सच

1) मैं किसी को एक नजर में ही पहचान जाता हूँ कि आदमी अच्छा है या बुरा। क) गोनू झा का मित्र उसे क्यों प्रभावित था ? उत्तर: गोनू झा का मित्र उससे प्रभावित था क्योंकि सभी लोग गोनू झा का लोहा मानते थे। गोनू झा दोस्त को दुश्मन, दुश्मन को दोस्त, मुर्ख को विद्वान, … Read more

अरे! ऐसा भी हो सकता है क्या?

अरे! ऐसा भी हो सकता है क्या? उस डायरी को पढ़ते-पढ़ते रमन के मन में ये सवाल बार-बार आ रहा था। एक छोटे से गाँव में, जहाँ की आबादी मुश्किल से सौ के करीब थी, वहाँ एक साधारण किसान रमन अपने परिवार के साथ रहता था। रमन की जिंदगी खेतों में काम करने और अपने … Read more

गुलेल का गुल

क) इसके लिए मैंने वहाँ एक बहुत ही जबरदस्त गुलेल बनाई। 1) परीक्षाफल आने के बाद लेखक रहने के लिए कहाँ गया? उत्तर: परीक्षा फल आने के बाद लेखक अपनी मां और बहन के साथ राजस्थान में टोंक जिले के देवली नामक स्थान गया, जहां केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का ट्रेनिंग सेंटर है। 2) जीवन … Read more

अनोखा पुरस्कार

क) अच्छा हुआ, मुझे पता तो चल गया कि मैं वास्तव में राजा ही नहीं, मनुष्य भी हूं। राजा कहाँ भटक गया था? उत्तर: राजा जंगल में शिकार खेलने के लिए आया था और वहाँ राह भूल कर भटक गया। राजा को आश्चर्य क्यों हुआ? उत्तर: राजा को इस बात से आश्चर्य हुआ कि अंधेरा … Read more

सफलता का मंत्र : समय प्रबंधन

क) उसकी इस शरारत पर भी सबको बड़ी हंसी आती थी। 1) रात के खाने के संबंध में दादाजी ने क्या नियम बनाया था? उत्तर: दादाजी समय के बड़े पाबंद थे। उनके घर में रात का खाना हर रोज नौ बजे ही खाया जाता था और परिवार के सभी सदस्य मिलकर एक साथ बैठकर खाते … Read more

छात्रावास में रहने गए छोटे भाई को पत्र लिखिए।

अनिल शर्मा, गाँवदेवी रोड़, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. प्रिय अनुज विनोद, सस्नेह आशीर्वाद। मैं यहाँ कुशलता से हूँ और माता-पिता का स्वास्थ्य भी अच्छा हैं। उम्मीद करता हूँ कि तुम भी हॉस्टल में कुशलतापूर्वक होगे। तुम्हारे हॉस्टल जाने के बाद यह पहला पत्र मैं तुम्हें लिख रहा हूँ। मुझे आशा है … Read more

Chapter 1 – ऐसा प्यारा देश

भावार्थ भारत एक अद्भुत और प्यारा देश है। गंगा नदी इस देश की अमूल्य विरासत है, और देश के लोगों का मन यमुना नदी की तरह पवित्र और शुद्ध है। कवि बता रहे हैं कि हमारा देश अपनी प्राचीन नदियों और लोगों की सरलता के लिए जाना जाता है। भारत देश अतुलनीय प्राकृतिक सौंदर्य से … Read more

Chapter 4 – एक बूँद

बादलों की गोद से निकल कर एक बूँद अस्तित्व में आई। वो बादलों को छोड़कर जैसे ही थोड़ा सा आगे बढ़ी, उसके मन में ख्याल आया कि मैं अपने घर को छोड़ क्यों निकल आई ! वह अपने घर छोड़ने के निर्णय पर बार-बार विचार करती है। यहाँ बूँद की दुविधा और अनिश्चितता को दर्शाया … Read more