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आप अपने परिवार के साथ किसी एक प्रदर्शनी (Exhibition )को देखने गए थे | वहाँ पर आपने क्या -क्या देखा? वहाँ कौन – कौन सी चीजों ने आकर्षित किया? जीवन में उनकी क्या उपयोगिता है? अपना अनुभव बताते हुए अपने प्रिय मित्र को पत्र लिखिए |
ब-512, महावीर हाइट्स, गाँवदेवी रोड़, दादर पश्चिम मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. प्रिय मित्र रमेश, सप्रेम नमस्कार। मैं यहाँ कुशल मंगल से हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी अपने परिवार के साथ कुशल होगे। काफी दिनों से तुम्हारा कोई पत्र नहीं मिला, उम्मीद है सब ठीक होगा। पिछले रविवार को मैं अपने … Read more
पेड़ -पौधे की देखभाल करने की प्रेरणा देते हुए अनुज को पत्र लिखिए |
क-213, प्रतिभा टावर, गाँवदेवी रोड़, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. प्रिय अनुज विनोद, सस्नेह आशीर्वाद। मैं यहाँ कुशलता से हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी हॉस्टल में स्वस्थ और खुश होगे। माँ-पिताजी भी कुशल हैं और तुम्हें बहुत याद करते हैं। माँ ने बताया कि तुमने अपने हॉस्टल के कमरे … Read more
अपने छोटे भाई को प्रात : भ्रमण के लाभ बताते हुए एक पत्र लिखिए |
ब-512, महावीर हाइट्स, गाँवदेवी रोड़, दादर पश्चिम मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. प्रिय अनुज विनोद, सस्नेह आशीर्वाद। मैं यहाँ कुशल मंगल से हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी कुशल होगे। तुम्हारा पत्र मिला, जिसमें तुमने अपनी दिनचर्या के बारे में विस्तार से बताया। मुझे यह जानकर ख़ुशी हुई कि तुम नियमित रूप … Read more
आप अपने मामा जी के घर गए हैं, वहाँ का हाल बताते हुए अपनी माताजी को पत्र लिखिए |
अनिल शर्मा, गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. आदरणीय माताजी, सादर प्रणाम। यहाँ मामा जी के घर पर मैं बिलकुल ठीक हूँ और आशा करता हूँ कि आप और पिताजी भी घर पर स्वस्थ और कुशल मंगल होंगे। ट्रेन यात्रा थोड़ी थका देने वाली थी, पर मामा जी के घर पहुँचते … Read more
सुबह की सैर का लाभ बताते हुए मित्र को पत्र |
अनिल शर्मा, गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम, मुंबई – ४२ दिनांक : …………………….. प्रिय मित्र रोहित, सस्नेह नमस्ते । आशा है तुम कुशल होंगे। तुम्हारा पत्र काफी दिनों से नहीं आया, इसलिए हालचाल पूछने का मन हुआ। पिछली मुलाकात में तुम चिंतित और थके लगे थे। काम का बोझ बढ़ने के बावजूद, स्वास्थ्य का ध्यान रखना … Read more
प्राकृतिक आपदा
प्राकृतिक आपदाएँ मानव जीवन के लिए एक निरंतर चुनौती रही हैं। ये अचानक आने वाली घटनाएँ न केवल व्यापक विनाश का कारण बनती हैं, बल्कि मानव जीवन, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं। भूकंप, बाढ़, सूखा, तूफ़ान, ज्वालामुखी विस्फोट, और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएँ मानव सभ्यता के लिए एक गंभीर ख़तरा हैं। … Read more
मेरी पहली यात्रा…
मेरी पहली यात्रा… ये शब्द जैसे एक जादुई मंत्र हैं, जो मुझे बचपन की गलियों में ले जाते हैं, जहाँ हर चीज़ नयी, रोमांचक और अद्भुत लगती थी। यह सिर्फ़ एक जगह से दूसरी जगह का सफ़र नहीं था, बल्कि एक सपने के साकार होने जैसा था। एक ऐसी दुनिया के दर्शन, जो किताबों और … Read more