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दीपदान

१) “नहीं धाय माँ, चलो न। थोड़ी देर के लिए चलो न।” क) वक्ता और श्रोता का परिचय दीजिये। इस वाक्य का वक्ता चित्तौड़ का 14 वर्षीय राजकुमार कुँवर उदयसिंह है, जो राज्य का भावी उत्तराधिकारी है। श्रोता पन्ना हैं, जो कुँवर की धाय माँ हैं। वह एक वीर और कर्तव्यनिष्ठ राजपूत स्त्री हैं, जिनका … Read more

महाभारत की एक सांझ  

उदाहरण: “कह नहीं सकता संजय…” क) कौन अपने हृदय के दुख को इस प्रकार प्रकट कर रहा है और क्यों? उत्तर: इन पंक्तियों में, महाराज धृतराष्ट्र संजय के सामने अपना दुख प्रकट कर रहे हैं। वे इसलिए दुखी हैं क्योंकि महाभारत के विनाशकारी युद्ध में उनका सब कुछ नष्ट हो गया है। उन्हें यह एहसास … Read more