विदेश -यात्रा पर जाने वाले मित्र को शुभकामनाएँ देते हुए पत्र लिखिए

अशोक कदम
गाँवदेवी रोड, दादर पश्चिम
मुंबई – ४२
दिनांक : ………………

प्रिय मित्र सुनील,
सप्रेम नमस्कार,

मैं यहाँ कुशलता से हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ कुशलतापूर्वक होगे। कल ही मुझे पता चला कि आगे की पढ़ाई के लिए तुम अमेरिका जा रहे हो। तुम्हारा वहाँ के किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में चयन हो गया है। मुझे यह जानकार बहुत ख़ुशी हुई।

तुम पहली बार विदेश जा रहे हो, वो भी सीधे चार सालों के लिए। नई जगह, नई भाषा और नए लोगों के बीच रहना तुम्हें ढेर सारी नई बातें सिखाएगा। तुम्हें अलग-अलग संस्कृति देखने और समझने का अवसर मिलेगा जो तुम्हारे व्यक्तित्व को और निखारेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि इन चार सालों में जो तुम पढोगे और सीखोगे उससे तुम अपने करियर में बहुत आगे जाओगे। बस अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखना, समय पर खाना-पीना और थोड़ा बहुत व्यायाम करना या टहलना जारी रखना ।

तुम वहाँ स्वयं को कभी अकेला मत महसूस करना। जब मन करे मुझे पत्र लिख देना या फ़ोन कर लेना। विदेश-यात्रा का यह सुनहरा दौर तुम्हारे लिए नई उपलब्धियाँ लेकर आए—इसी आशा के साथ अपनी शुभकामनाएँ भेज रहा हूँ।

तुम्हारा मित्र,
अशोक कदम

Leave a Comment

error: Content is protected !!