क) उसे गीदड़ पर दया आ रही थी।
- गीदड़ क्यों कमजोर हो गया था?
उत्तर: गीदड़ कई दिनों से भूखा था। उचित भोजन नहीं मिलने के कारण वह काफी कमजोर हो गया था। - गीदड़ को देखकर शेर को हंसी क्यों आई?
उत्तर: भूख और कमजोरी के कारण शेर को देखकर गीदड़ कांपने लगा। जैसे ही शेर निकट आया, वह पेट के बल लेट गया। गीदड़ को इस हालत में देखकर शेर को हंसी आ गई। - गीदड़ ने शेर से क्या प्रार्थना की?
उत्तर: गीदड़ ने शेर से प्रार्थना की कि वह शेर की सेवा करना चाहता है पर वह कई दिनों से भूखा है। - शेर ने गीदड़ पर दया दिखाते हुए क्या किया?
उत्तर: शेर ने गीदड़ पर दया दिखाते हुए उसे अपनी गुफा में ले गया। गुफा में जो मांस पड़ा था, उसे गीदड़ को देकर बोला कि आज इतने से काम चलाए और कल से वह गीदड़ के लिए भी भोजन ले आएगा।
ख) वे चाहते तो बड़ी आसानी से गीदड़ का घमंड तोड़ सकते थे, परंतु वे शेर को नाराज नहीं करना चाहते थे।
- गीदड़ का दिमाग क्यों फिरने लगा?
उत्तर: शेर की कृपा से मुफ्त का भोजन करके गीदड़ बहुत तगड़ा हो गया था। उसमें शक्ति भी आ गई थी। शेर की गुफा में रहने और शेर की कृपा के कारण उसका दिमाग फिरने लगा। - जंगल के जानवर गीदड़ से क्यों चिढ़ने लगे?
उत्तर: शेर की कृपा के कारण गीदड़ जंगल में ऐसे घूमता जैसे उसे कोई विशेष अधिकार मिल गया हो। वह अपनी गीदड़ जाति को नफरत की नजर से देखता, तेंदुओं और भेड़ियों पर रोब जमाता और भालू, लोमड़ी, खरगोश को मूर्ख समझता। गीदड़ के इस घमंड के कारण जंगल के जानवर उससे चिढ़ने लगे। - जंगल के बाकी जानवरों ने गीदड़ का घमंड क्यों नहीं तोड़ा?
उत्तर: गीदड़ शेर की गुफा में रहकर उसकी सेवा करता था, इसलिए उसे घमंड हो गया था। जंगल के बाकी जानवर चाहते तो बड़ी आसानी से गीदड़ का घमंड तोड़ सकते थे, परंतु वे शेर को नाराज नहीं करना चाहते थे। - गीदड़ हाथी के शिकार की क्यों सोचने लगा?
उत्तर: शेर के साथ रहकर गीदड़ की हिम्मत और उसका घमंड, दोनों बढ़ गए थे। उसे लगता था कि वह अब शेर की तरह ताकतवर हो गया है। उसका घमंड इतना बढ़ गया कि वह हाथी के शिकार की सोचने लगा।
ग) हाथी ने तुरंत अपना पैर उसे दे मारा।
- गीदड़ ने हाथी के शिकार के विषय में शेर से क्या कहा?
उत्तर: गीदड़ ने शेर से कहा कि उसे शेर की गुफा में रहकर भोजन करते-करते काफी दिन हो गए। अब शेर को आराम करना चाहिए, और गीदड़ खुद हाथी का शिकार करके लाएगा। - हाथी के शिकार की बात सुनकर शेर ने गीदड़ को क्या कहा?
उत्तर: शेर ने गीदड़ को उसकी मूर्खता समझाते हुए कहा कि हाथी ताकतवर जानवर है और गीदड़ उससे बहुत कमजोर है। शिकार करना गीदड़ के बस की बात नहीं है। जिसका जो काम है, उसे वही करना चाहिए। यदि गीदड़ को हाथी चाहिए तो शेर हाथी का शिकार करके उसे देगा। - गीदड़ की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर: गीदड़ हाथी का शिकार करने के लिए उसका पीछा करने लगा। कुछ दूर पहुँचकर वह एक ऊँची चट्टान पर चढ़ गया और हाथी की प्रतीक्षा करने लगा। जैसे ही हाथी वहाँ से निकला, गीदड़ उसकी गर्दन पर हमला करने कूदा। लेकिन जल्दबाजी में वह हाथी के पैरों के पास जा गिरा। हाथी सब कुछ समझ चुका था; उसने तुरंत अपना पैर गीदड़ पर दे मारा। इससे गीदड़ की मृत्यु हो गई। - घमंड के फल के बारे में शेर ने जंगल के जानवरों को क्या कहा?
उत्तर: गीदड़ के घमंड का फल दिखाकर शेर ने जंगल के जानवरों से कहा कि अपनी ताकत को जाने बिना, अपने से ज्यादा बलवान से भिड़ जानेवाले का ऐसा ही हाल होता है। जो अपनी शक्ति और बल को जानकर उसके भीतर काम करता है, वही सफलता प्राप्त करता है।