हाल ही में आप किसी मूक-बधिर आश्रम में गए थे। वहाँ की अव्यवस्था के बारे में बताते हुए आश्रम के प्रबंधक को पत्र लिखते हुए बताइए कि आपने वहाँ क्या-क्या देखा और वहाँ के हालात सुधारने के लिए अपनी तरफ से कुछ उपाय बताइए।

सेवा में,
प्रबंधक,
…………………………. मूक-बधिर आश्रम
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विषय: आश्रम की अव्यवस्था की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु |

महोदय,

हाल के मुंबई भ्रमण के दौरान मुझे आपके आश्रम का दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ। आपने मूक-बधिर बच्चों का ध्यान रखने के लिए जो प्रयास किए हैं वो काफी प्रशंसनीय हैं। इसलिए मैं काफी उम्मीदों के साथ आपके आश्रम गया था ताकि मेरे मन में भी सेवा भाव जागे। मेरी उम्मीदों के बिलकुल विपरीत आपके आश्रम की अव्यवस्था देखकर मेरा मन काफी खराब हो गया।

दौरे के दौरान मैंने देखा कि आश्रम में बच्चों के रहने और खाने की व्यवस्थाएँ ठीक ढंग से नहीं हो रही हैं। बच्चे बहुत ही अस्वच्छ वातावरण में रह रहे थे, उनकी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति भी सही तरीके से नहीं की जा रही थी। भोजन का समय अनियमित था और भोजन की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं थी। इसके अलावा, शिक्षकों और देखरेख करने वालों की संख्या भी पर्याप्त नहीं थी । मेरी राय में, आपको आश्रम में नियमित रूप से सफाई और बच्चों की देखभाल के लिए अधिक कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। बच्चों की भोजन व्यवस्था में सुधार लाने के लिए पोषण से भरपूर आहार का प्रबंध करना चाहिए। साथ ही, शिक्षकों और देखरेख करने वालों की संख्या बढ़ाकर प्रत्येक बच्चे पर व्यक्तिगत ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे बच्चों की सेहत और शिक्षा दोनों में सुधार होगा।

आशा करता हूँ कि आप इन सुझावों पर ध्यान देंगे और मूक-बधिर बच्चों की भलाई के लिए उचित कदम उठाएंगे। आश्रम का माहौल बच्चों के लिए स्वस्थ और सकारात्मक बनाने के लिए आपकी त्वरित कार्यवाही आवश्यक है।

प्रार्थी,
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दिनांक: ……………………..

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